राफेल लड़ाकू विमान की खरीद-फरोख्त को लेकर कांग्रेस सुप्रीमों राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जम कर हमला बोला है। इसकी गूंज आज भी लोकसभा में सुनाई दे सकती है। आपको बता दें कि एनडीए सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने इसे ??बड़ा राफेल रहस्य?? करार दिया है।
साथ ही पार्टी ने इस सौदे में राष्ट्रीय हित एवं सुरक्षा के साथ सौदा करने का आरोप लगाया और कहा कि इसमें घोटाले की बू आ रही है क्योंकि सौदे के लिए बातचीत में कोई पारदर्शिता नहीं है।
कांग्रेस अध्?यक्ष राहुल गांधी ने सरकार से राफेल डील के विवरण को सार्वजनिक करने की मांग की है. सरकार ने राष्?ट्रीय हितों के संदर्भ में 'गोपनीयता' का हवाला देते हुए इस डील को सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया है।
बहरहाल ऐसा पहले बार नहीं है जब सरकार ने गोपनीयता का हवाला दिया है। यूपीए के दौर में 2005 और 2008 के दौरान तत्?कालीन रक्षा मंत्रियों प्रणब मुखर्जी और एके एंटनी ने रक्षा सौदों से जुड़े कमर्शियल विवरणों को 'गोपनीयता' का हवाला देते हुए सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया था।
रक्षा मंत्री ने कहा है कि प्रत्?येक राफेल विमान के लिए प्रधानमंत्री और उनके 'भरोसेमंद' मित्र के बीच हुई बातचीत एक राजकीय गोपनीयता है. उल्?लेखनीय है कि सरकार ने फ्रांस से 36 राफेल फाइटर जेट को खरीदने का फैसला किया है. सरकार ने सितंबर 2016 में फ्रांस से इस तरह के सौदे पर हस्?ताक्षर किए हैं. सितंबर 2019 से इन विमानों की डिलीवरी शुरू हो जाएगी।