कांग्रेस प्रवक्ता रही प्रियंका चतुर्वेदी ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में पार्टी का दामन थाम लिया हैं। पार्टी में शामिल होते ही उन्होंने साफ कर दिया है कि उन्होंने टिकट ना मिलने की वजह से कांग्रेस नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा मैं कांग्रेस से टिकट मांग रही थी ,लेकिन मेरे लिए महिला सम्मान बड़ा मुद्दा है।
पार्टी में मेरा सम्मान नहीं हुआ मेरे साथ अभद्रता हुई। इसे लेकर मेरी पार्टी से नाराजगी थी। मैं सेवा की निष्ठा से शिवसेना के साथ जुड़ रही हूं। मैं अपने मुद्दों की लड़ाई लड़ रही हूं। उन्होंने आगे कहा कि मैं मुंबई की रहने वाली हूं ऐसे मैं मेरे पास शिवसेना से बेहतर कोई विकल्प नहीं था। उद्धव ठाकरे ने प्रियंका का स्वागत करते हुए कहा कि वो उन्हें सिर्फ महाराष्ट्र में नहीं बल्कि दूसरें राज्यों में भी जिम्मेदारी देंगे।
१७ अप्रैल को प्रियंका ने ट्वीट कर मथुरा के स्थानीय नेताओं पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया था। प्रियंका ने ट्वीट किया था, ?जो लोग मेहनत कर अपनी जगह बना रहे हैं, उनके बदले ऐसे लोगों को तवज्जो मिल रही है। पार्टी के लिए मैंने गालियां और पत्थर खाए हैं, लेकिन उसके बावजूद पार्टी में रहने वाले नेताओं ने ही मुझे धमकियां दीं। जो लोग धमकियां दे रहे थे, वह बच गए हैं। इनका बिना किसी कड़ी कार्रवाई के बच जाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।