१७वीं लोकसभा के पहले सत्र का आज दूसरा दिन है। सत्र के पहले और दुसरे दिन सांसदों ने लोकसभा सदस्य के तौर पर शपथ ली थी। इस दौरान कांग्रेस की लंबी रणनीतिक चर्चा के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा में विपक्ष दल (कांग्रेस) का नेता घोषित किया गया। बता दें कि कांग्रेस कमिटी ने यह निर्णय तब लिया जब राहुल गांधी ने इस पद को ग्रहण करने से इनकार किया।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी की उपस्थित में यह निर्णय लिया गया। कांग्रेस ने अधीर रंजन चौधरी का उल्लेख करते हुए लोकसभा को एक पत्र लिखा जिसमें यह बताया गया कि अधीर रंजन चौधरी सिंगल लारजेस्ट पार्टी के नेता होंगे और सभी महत्वपूर्ण चयन समितियों का प्रतिनिधित्व भी करेंगे।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे थे। इस बार वह चुनाव हार गए हैं, जिसके बाद कांग्रेस ने चौधरी को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। चौधरी पश्चिम बंगाल के बहरामपुर से सांसद हैं।
बता दें कि अधीर रंजन चौधरी के नाम से साथ-साथ केरल के नेता के सुरेश, पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी और तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर भी इस पद के लिए दौड़ में शामिल थे लेकिन अधीर रंजन चौधरी को उनके अनुभव के आधार पर लोकसभा में कांग्रेस का नेता चुना गया।