भगवान हनूमान जी पर कथित टिप्पणी करने के मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ चौतरफा घिरते नजर आ रहे है। अब इस मामले में सीएम योगी के खिलाफ मुरादाबाद जिले में एक एडवोकेट ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में परिवाद दायर किया है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया के जरिये पता चला कि बुधवार को राजस्थान के अलवर में चुनावी सभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शिरकत की थी। जिसमें उन्होंने अपने भाषण के दौरान भगवान हनुमान को दलित बताया शिकायतकर्ता का आरोप है कि, सीएम योगी ने भगवान हनुमान को दलित बताकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया है। बता दें कि इस मामले में कोर्ट ने अर्जी मंजूर कर ली है और अब इस मामले में दस दिसंबर को सुनवाई होगी। बता दें कि इस परिवाद में सीएम योगी को भी अदालत में पेश होने की मांग की गई है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते मंगलवार को राजस्थान में अलवर जिले के मलाखेड़ा में पार्टी के प्रचार के लिए चुनावी रैली को संबोधित करते हुए हनुमान जी को वनवासी,निरवासी हैं, दलित हैं और वंचिंत कहा था। बता दें कि उनके इस बयान के बाद राजस्थान सर्व ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ को कानूनी नोटिस भेजा है, इस नोटिस के तहत सीएम योगी को मांफी मांगने के लिए कहा गया है।