उत्तर प्रदेश में महिलाओं व नाबालिकों के साथ बढ़ते अपराध को देखते हुए आखिरकार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंभीर होते दिख रहे है। सोमवार को सीएम योगी ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में चीफ सेक्रेटरी, प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, एडीजी महिला सम्मान प्रकोष्ठ शामिल हुए। इस दौरान सीएम योगी अलीगढ़ हत्याकांड पर अधिकारियों से जवाब तलब किया। इस दौरार उन्होंने कहा कि अपराधों को लेकर वो बेहद गंभीर है और इसकी रोकथाम के लिए कड़े प्रयास किए जा रहे है।
गौरतलब है कि ३० मई को अलीगढ़ के टप्पल में मासूम बच्ची के साथ हुई हैवानियत से पूरा देश सहमा हुआ है। इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। वहीं ये मामला अभी पूरी तरह से ठंडा भी नही हुआ था कि शुक्रवार गोरकपुर के कुशी नगर में १३ साल की नाबालिक दलित लड़की को अगवाह कर उसके साथ ६ लोगों ने सामुहिक बलात्कार किया। हालांकि इस मामले में पुलिस ने अब तक ४ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दो की तलाश जारी है।
बता दें कि आज अधिकारियों के साथ की गई बैठक में मुख्यमंत्री ने सूबे के सभी मंडलायुक्तों और नगर आयुक्तों के साथ शहरों की सफाई, पॉलीथिन पर रोक, नगरीय क्षेत्र में गोवंश संरक्षण, स्मार्ट सिटी मिशन, अमृत मिशन, शहरों में नालों को टैप किए जाने की प्रगति, एसटीपी के निर्माण की प्रगति और नमामि गंगे परियोजनाओं की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, "आज की बैठक के एजेंडा के बिंदुओं के अतिरिक्त प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण, सौभाग्य योजना, निराश्रित, विधवा और दिव्यांगजन पेंशन सहित शासन की ओर से संचालित विभिन्न विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं पर मण्डलायुक्त की ओर से मंडल स्तर पर समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि मंडलायुक्त १० जून तक इन बिंदुओं पर समीक्षा कर रिपोर्ट तैयार कर लें इसके बाद ११ जून से १५ जून तक प्रमुख सचिव, अपर मुख्य सचिव और मंत्री स्तर पर समीक्षा की जाएगी। जानाकरों की माने तो इस इन तमाम बिंदुओं पर समीक्षा किए जाने के बाद १६ जून से १५ जुलाई तक मुख्यमंत्री स्वयं मंडलीय समीक्षा बैठकें करेंगे।