चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिख कर कहा कि अनुसूचित जाती और अनुसूचित जनजाती अत्याचार निवारण अधिनियम बील के तहत 9 अगस्त को हिंसा को दोबारा ना दौहराए इसके लिए एके गोयल को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के चेयरमैन पद से सरकार तुरंत बर्खास्त करे।
चिराग पासवान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग ने दो फरवरी को आंदोलन के दौरान उग्र प्रदर्शन किया था, जिसके चलते जानमाल का काफी नुकसान हुआ था और हमारी एनडीए सरकार के खिलाफ अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों में बिना वजह अविश्वास का माहौल बना। चिराग का कहना है कि जस्टिस गोयल ही वह जज थे जिन्?होंने एससी/एसटी एक्?ट के खिलाफ फैसला सुनाया था।
बता दें कि एक बार फिर से अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग ने नौ अगस्त को भारत बंद का आह्वान किया है।इस बार प्रदर्शन और ज़्यादा उग्र होने की संभावना जताई जताई जा रही है।
गौरतलब है कि 20 मार्च को सुप्रीम कोर्ट की एके गोयल और यूयू ललित की बेंच ने अहम फैसला किया था। इसमें पीठ ने फैसला किया था कि एससी-एसटी एक्?ट के तहत कथित उत्पीड़न की शिकायत को लेकर तुरंत गिरफ्तारी नहीं होगी. सुप्रीम कोर्ट का कहना था कि प्रारंभिक जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। इस फैसले से नाराज लोगों ने देश भर में भारी विरोध प्रदर्शन किया था।