प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27-28 अप्रैल को दो दिनो के चीन दौरे पर जाने वाले है इस दौरान मोदी चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री यहां चीन के वुहान में एक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। दोनों ही देश के नेता आपसी मतभेद को दूर करने की पूरी कोशिश करेंगे। रणनीतिक दीर्घकालिक मुद्दों पर पिछले 100 सालों में हुए परिवर्तनों पर चर्चा होगी।
बता दें कि पिछले वर्ष डोकलाम विवाद और बेल्ट एंड रोड (BRI) इनिशिएटिव समिट के कारण दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों में कड़वाहट बढ़ी थी। हालांकि, पिछले कुछ समय से भारत और चीन ने मतभेदों को कम करने के लिए कोशिश की हैं। इसके साथ ही ये दोनों देश आपसी संबंध को बढ़ाने की भी पूरी कोशिश करेंगे।
बता दें कि इस दौरे के बाद मोदी एक बार फिर से 9-10 जून को होने वाले शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) समिट में हिस्सा लेने के लिए चीन का दौरा करेंगे। भारत और चीन के किसी शीर्ष नेता के इतने कम अंतराल पर दौरे इससे पहले कम ही देखे गए हैं। बता दें कि भारत इस वर्ष पहली बार पूर्ण सदस्य के तौर पर SCO समिट में
मोदी ने 2015 से प्रत्येक वर्ष चीन का दौरा किया है। जिनपिंग भी मोदी सरकार के सत्ता संभालने के बाद भारत आ चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि भारत और चीन के बीच मतभेदों वाले मुद्दे बरकरार रहेंगे, लेकिन मोदी और जिनपिंग के बीच बातचीत का दायरा बड़ा होगा