बिहार में दिमागी बुखार से मरने वाले बच्चों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को २१वें दिन दो दर्जन नए मरीजों को एसकेएमसीएच व केजरीवाल अस्पताल में भर्ती कराया गया। अबतक १५० से ज्यादा बच्चे अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं कुल ५०३ बच्चे इस बीमारी से पीड़ित है। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार अबतक एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में कुल मिलाकर १२४ मौत हुई है। एसकेएमसीएच में १०४ और केजरीवाल अस्पताल में २० बच्चों ने अबतक दम तोड़ा है। फिलहाल एसकेएमसीएच के पीआईसीयू में ५४ और जेनरल वार्ड में ६८ बच्चे इलाजरत हैं। वहीं केजरीवाल अस्पताल में १४ बच्चों का इलाज चल रहा है।
सरकार की ओर से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में दस अतिरिक्त एंबुलेंसों को तैनात किया गया है। इसके अलावा १६ नोडल अधिकारियों को प्रभावित ब्लॉकों में निजी स्वास्थ्य केंद्र में तैनात किया गया है। वहीं खबरों की मान तो जनता दल पार्टी और भाजपा बिहार के सारे पार्टी सांसद हर जिले में सदर अस्पताल के लिए २५ लाख रुपये देंगे। हालांकि इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्ठी नहीं की गई है।
बता दें कि करीब एक महीनें से इस बीमारी ने बिहार के कई जिलों को झकझोर कर रख दिया है। इस बीमारी का सबसे ज्यादा प्रभाव बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में है। हालांकि कई अन्य जिलों में भी इस बीमारी ने अपना पांव पसार लिया है। अस्पतालों व वहां पर सुविधाओं की हालात बदतर है। एक-एक बेड पर दो-दो बच्चों का इलाज किया जा रहा है। ज्यादा संख्या में बच्चों के मरने से सरकार चौतरफा आलोचना झेर रही है।