सीबीएसई बोर्ड परीक्षा फीस में इजाफा, एससी-एसटी छात्रों को २४ गुना ज्यादा देनी होगी फीस

Aazad Staff

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सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (CBSE) ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं के लिए १०वीं और १२वीं की बोर्ड फीस बढ़ाए जाने पर सफाई दी है। बोर्ड ने कहा कि फीस पूरे देश के लिए बढ़ाई गई है, सिर्फ दिल्ली के लिए नहीं। सी.बी.एस.ई ने कहा कि उसकी ओर से पिछले ५ वर्ष में फीस नहीं बढ़ाई गई।

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (CBSE) ने बोर्ड परीक्षा की फीस में हुई वृद्धि को लेकर छात्रों के बीच फैले कन्फ्यूजन को दूर करते हुए रविवार की रात एक बयान जारी किया है। बोर्ड ने अपने बयान में यह साफ किया है कि फीस में वृद्धि सिर्फ दिल्ली के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए है। सी.बी.एस.ई ने यह भी कहा कि उसने ५ साल के बाद फीस में वृद्धि की है। हालांकि पहले ऐसी खबर थी कि सामान्य कैटिगरी की फीस ७५० रुपये से १५०० रुपये और अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए ५० रुपये से 1१२०० रुपये कर दी गई है।

बोर्ड ने एक नोटिस जारी कर कहा कि सी.बी.एस.ई की फीस हर जगह एक समान है और इससे संबद्ध सभी स्कूलों में छात्रों की सभी श्रेणियों के लिए यह बढ़ोतरी की गई है। सी.बी.एस.ई के बयान के मुताबिक, 'भारत में सी.बी.एस.ई से मान्यता प्राप्त विद्यालयों के सभी वर्ग के छात्रों की फीस बढ़ाई गई है। सभी विद्यार्थीयों को पहले ७५० रुपये बतौर फीस देते थे और अब उन्हें १५०० रुपये देने होंगे। दृष्टि बाधित स्टूडेंट्स से कोई फीस नहीं वसूली जाएगी।'

बता दें कि एससी-एसटी स्टूडेंट्स को सिर्फ दिल्ली में छूट मिल रही थी। विशेष व्यवस्था के तहत दिल्ली के एससी-एसटी स्टूडेंट्स के लिए फीस ३५० रुपये तय की गई थी जिसमें 300 रुपये दिल्ली सरकार और ५० रुपये स्टूडेंट्स जमा करते थे।

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