सीबीआई (CBI) के नवनिर्वाचित निदेशक के रुप में ऋषि कुमार शुक्ला ने सोमवार को पदभार संभाल लिया है। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के १९८३ बैच के अधिकारी शुक्ला ने ऐसे समय में सीबीआई का कार्यभार संभाला है जब एजेंसी तथा कोलकाता पुलिस के बीच बढ़ते विवाद ने राजनीतिक रुप ले लिया है। मध्य प्रदेश पुलिस के पूर्व डीजीपी और खुफिया विभाग के अनुभवी अधिकारी शुक्ला के पूर्ण निदेशक के रूप में कार्यभार संभालने से एजेंसी के कार्य में स्थिरता आने की संभावना है। एजेंसी पहले ही चिटफंट घोटाला मामलों में पश्चिम बंगाल सरकार सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर चुकी है मामले की सुनवाई मंगलावर को होगी।
गौरतलब है की सीबीआई की एक टीम चिटफंड मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस प्रमुख राजीव कुमार से पूछताछ करने रविवार को उनके आवास पहुंची थी लेकिन उन्हें बाहर ही रोक दिया गया और थोड़ी देर बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केन्द्र की कथित मनमानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के इस कदम से उनके (ममता के) अपमान के खिलाफ रविवार शाम धरने पर बैठ गईं थीं।
राज्य पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि एजेंसी के अधिकारियों के पास कोई वारंट नहीं था। बनर्जी के एक करीबी सहयोगी से उनके आवास पर हाल ही में पूछताछ की गई थी। आम चुनावों के मद्देनजर जांच में तेजी कर दी गई है।