लेखक के.एस. भगवान को भगवान राम की निंदा करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। लेखक के खिलाफ आईपीसी की धारा 295 ए के अंतर्गत जानबूझकर किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
लेखक द्वार कन्नड़ भाषा में लिखी गई किताब 'राम मंदिर येके बेडा' (राम मंदिर की ज़रूरत नहीं है) में भगवान राम के बारे में लिखा गया है कि राम कोई भगवान नहीं थे। उनमें भी बाकी सभी इंसानों की तरह तमाम कमियां थीं। इस किताब में लेखक ने भगवत गीता के कुछ संदर्भों का जिक्र किया है, जिसमें भगवान राम के चरित्र को गलत बताया गया है। लेखक की इस किताब का दक्षिणपंथी गुटों के संगठन ने विरोध जताया है। इस संगठन का कहना है कि लेखक द्वार लिखी गई इस किताब में भगवान राम का अपमान किया है और उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गई है। इस बात को लेकर दक्षिणपंथी गुटों ने शुक्रवार को लेखक के खिलाफ प्रदर्शन भी किया।
इस मामले को लेकर भाजपा की कर्नाटक यूनिट ने राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से इस लेखक की गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं राज्य के वरिष्ठ भाजपा नेता और विधायक एस सुरेश कुमार ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि राज्य सरकार के पास दो विकल्प हैं। सरकार लेखक को जेल भेजे या फिर मेंटल अस्पताल।