एक जनवरी को पुणे के भीमा कोरेगांव में दलित समाज के शौर्य दिवस पर भड़की हिंसा के विरोध में दलित संगठनों ने आज महाराष्ट्र बंद का एलान किया है।
बता दे की बीआर अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने हिंसा रोकने में असमर्थ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए आज महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया है।
आज के बंद को देखते हुए मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को जाम से बचने के लिए ऑल्टरनेटिव रूट्स से जाने की सलाह दी। खास तौर से ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे पर रमाबाई आंबेडकर नगर, छेड़ा नगर और कामराज नगर से होकर नहीं जाने का सुझाव दिया गया है।
मुंबई के कई इलाको में हिंसा का असर काफी भयान था लगभग 40 से ज्यादा बसों को जला दिया गया। 200 से अधिक वाहनों को नुक्सान पहुंचा है। मुम्बई में इन इलाको में सबसे ज्यादा असर देखने को मिला इनमें से - कोल्हापुर, परभणी, लातुर, अहमदनगर, औरंगाबाद, हिंगोली, कोल्हापुर, नांदेड़ व ठाणे, विक्रोली, मानखुर्द, गोवंडी।
बता दें कि हर साल की तरह इस साल भी हजारों की संख्या में दलित समुदाय के लोग जयस्तंभ पर एक जनवरी को श्रद्धांजलि दे रहे थे। सोमवार को रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) ने जंग की 200वीं बरसी पर खास कार्यक्रम कराया था। इस मौके पर देशभर से करीब 2 लाख दलित यहां इकट्ठे हुए थे।
वहीं मराठा कम्युनिटी इस प्रोग्राम का विरोध कर रही थी। इस बीच दलित वर्ग को लेकर विवाद शुरु हो गए। विवाद इतना बढ़ गया गया कि लोग हाथा पाई पर उतर आए। जिसमें एक शक्स की मौत हो गई। फिर क्या था विवाद ने हिंसा का रुप ले लिया जिसका असर अब पूरे महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है।