दिल्ली की सड़को पर भारतीय मजदूर संघ अपनी मांगों को मनवाने के लिए प्रदर्शन कर रहे है। भारतीय मजदूर संघ की रैली में 60 हजार से ज्यादा मजदूर संसद मार्ग तक पहुंचे है जहां संघटन के पदाधिकारियों ने लोगों को संबोधित किया। ये लोग नीति आयोग में मजदूरो और किसानों का प्रतिनिधि, समान्य काम के लिए सामान्य वेत और निजीकरण को रोकने को लेकर व रोजगार से जुड़ी समस्याओं को लेकर दिल्ली पहुंचे है।
मजदूर नेताओं का कहना है श्रमिकों की लगातार अंदेखी की जा रही है। इस रैली का मक्सद सरकार पर दबाव बनाना है। वहीं भारतीय मजदूर संघ के नेता का मानना है कि अगर उनकी मांगे नही मानी जाती है तो हड़ताल का विकल्प खुला हुआ है।
बता दे कि भारतीय मजदूर संघ की महारैली में राजस्थान डाक परिमण्डल के कर्मचारीयो सहित 60 हजार से ज्यादा कर्मचारियों शामिल है जिसमें आंगनबाड़ी और मिड-डे मील के कर्मी भी शामिल है। इस प्रर्दर्शन में आंगनवाड़ी कर्मियों को सरकारी नौकरी समान वेतन की मांग की, ठेकेदारी मजदूरी प्रथा पर रोक लगाने की भी मांग की है।
वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भारतीय मजदूर संघ के प्रदर्शन को लेकर कहा कि आज मुझसे भारतीय मजदूर संघ के लोग मिलने वाले हैं, उन्हें हम मूडीज की रिपोर्ट दिखाएंगे। और बताएंगे कि ऐसे अपग्रेड के बाद हमारी क्षमता बढ़ेगी निवेश और आएगा।