भारत बंद का असर मंगलवार को कई राज्यों में देखा गया। जातिवाद व आरक्षण के नाम पर प्रदर्शनकारियों ने कई राज्यों में चक्का जाम कर गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया तो कई जगह पर पुलिस और लोगों के बीच आपसी झड़प भी हुई। वहीं प्रदर्शन के दौरान फायरिंग व पथराव में 6 से 7 पुलिस वालों के भी घायल होने की खबर है। मंगलवार को हुई इस हिंसा में कई लोगों के घायल होने की खबर है।
आरक्षण का विरोध जता रहे प्रदर्शनकारियों का सबसे ज्यादा असर बिहार में देखने को मिला। यहां आरक्षण का विरोध जता रहे प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन को हिंसा का रुप दे दिया। जगह जगह रेलवे रोकी गई, सड़क बद की गई वहीं कई जगह तो बाजार भी जबरदस्ती बंद करवाया गया।
बिहार की राजधानी, बेगूसराय, लखीसराय, मुज्जफ्फरपुर, भोजपुर, शेखपुरा, नवाडा और दरभंगा में कई जगहों पर हिंसक झड़प हुई। हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और उन्होंने सड़कों को जाम कर दिया और ट्रेन भी रोकी। बहरहाल शेखपुरा के बरबीघा में पुलिस प्रशासन द्वारा बरबीघा क्षेत्र में धारा 144 लगाये जाने की सूचना प्रसारित की जा रही है।
बहरहाल यूपी ने दो अप्रैल की हिंसा से सबक लेते हुए मंगलवार को सुरक्षा वयवस्था को बढ़ा दिया था जिसके कारण कई जगह स्कूलों व इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया था। वहीं दो अप्रैल को भारत बंद का असर सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश में देखा गया था। मध्य प्रदेश में जमकर तबाही हुई थी। यहां भारत बंद के दौरान 8 लोगों की मौत भी हुई थी और दर्जन से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे। इस बार यहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई।
भोपाल सहित 12 जिलों शाम छह बजे तक एक जगह पर लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। वहीं ग्वालियर चंबल रीजन में पिछले दिनों हुई हिंसा को देखते हुए 15 अप्रैल तक यहां 6000 पुलिसबल तैनात किए गए है। वहीं कई जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है जबकि भिंड में 11 अप्रैल तक कर्फ्यू लगाया गया है।