पुदीना एक औषधीय जड़ी बूटी है। इसका वैज्ञानिक नाम मेन्था है। पुदीना की वैज्ञानिक तौर पर २४ से ज्यादा नस्ल है। पुदिना पाचन तंत्र में सुधार करने के साथ साथ बढ़ते वजन को कम करने में सहायक है। इतना ही नहीं पुदीना डिप्रेशन, थकान और सिरदर्द जैसी कई समस्याओं को भी दूर करने में लाभदायक है।
पुदीना की पत्तियां अस्थमा, स्मरण शक्ति की क्षति और त्वचा की देखभाल संबंधित कई परेशानियों से निजात दिलाने में अहम भूमिका निभाती है।
पुदीने का इस्तेमाल आंखों के लिए काफी अच्छा माना गया है। यह आखों की रौशनी को बरकरार व नाइट विजन जैसी समस्याओ से छुटकारा दिलाता है। पुदीना में पाया जाने वाला एंटीऑक्सिडेंट, ऑक्सीडेटिव तनाव से हमारे शरीर की सुरक्षा में सहायता करते हैं।
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सांसों की दुर्गंध को दूर करने के लिए पुदीना काफी अच्छा स्रोत माना गया है। अगर पुदीने की सूखी पत्तियों के चूर्ण से मंजन करने से मुंह की दुर्गंध कम हो जाती है वहीं दंत समस्?याओं से भी छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही इससे मसूड़े भी मजबूत होते हैं।
पुदीना पेट की कई बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है। पेट की समस्?याओं से बचने के लिए पुदीने का किसी न किसी रूप में प्रतिदिन सेवन अवश्य करना चाहिए। पुदीने की पत्तियों का ताजा रस नीबू और शहद के साथ समान मात्रा में लेने से पेट की हर बीमारियों में आराम मिलता है।
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गर्मी में लू से बचने के लिए पुदीने और प्?याज की चटनी बनाकर सेवन करें। अगर इसका सेवन नियमित रूप से किया जाए तो लू लगने की आशंका खत्म हो जाती है। अधिक गर्मी या उमस के मौसम में जी मिचलाने पर एक चम्मच सूखे पुदीने की पत्तियों का चूर्ण और आधी छोटी इलायची के चूर्ण को एक गिलास पानी में उबालकर पीने से लाभ होता है।