पुणे की आर्थिक अपराध शाखा ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ रविन्द्र मराठे को डीएसके ग्रुप को दिए गए 3000 करोड़ रुपये के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक इन बैंक अधिकारियों ने ऋण की आड़ में पैसे देने के लिए बेईमानी की मंशा से डीएसकेडीएल के साथ मिलीभगत की।
आरोपपत्र के अनुसार यह घोटाला कुल 2,043.18 करोड़ रुपये का है जहां आरोपियों ने 33000 निवेशकों और सावधि जमाकर्ताओं के पैसे के गबन के लिए नौ कंपिनयां बनायीं। उन्हें एफडी पर अच्छे रिटर्न का वादा किया गया था।
इस मामले में बैंक के एमडी और सीईओ के अलावा बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कार्यकारी निदेशक आरके गुप्ता और बैंक के पूर्व सीएमडी सुशील मुहनोत समेत कई लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। गौरतलब है कि पिछले महीने महाराष्ट्र सरकार ने डीएस कुलकर्णी और उसकी पत्नी हेमंती की 124 संपत्ति, 276 बैंक अकाउंट और 46 गाड़ियों को जब्त करने का नोटिफिकेशन जारी किया था।