देश के तीन बड़े बैंक विजया, देना और बैंक ऑफ बड़ौदा के बीच विलय होने जा रहा है। इस विलय में यह तीनों बैंक मिलकर एक नया सरकारी बैंक बनाएंगे और साथ ही उस नए बैंक को अगले साल 1 अप्रैल से शुरु कर दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक यह तीनों बैंक अपनी समय सीमा में ही विलय की प्रक्रिया को खत्म करेंगे और अगले साल तक सभी अहम प्रक्रिया को भी पूरी कर सकते है।
बैंकों के निदेशक मंडलों की इसी महीने बैठकें होंगी जिसमें एकीकरण की योजना बनायी जायेगी और शेयर अदला-बदली अनुपात और प्रवर्तकों की तरफ से पूंजी की आवश्यकता समेत विभिन्न ब्योरे तय किए जाएंगे। पिछले साल सरकार ने देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक में उसके पांच सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक का विलय किया था। इसके बाद स्टेट बैंक दुनिया के शीर्ष 50 बैंकों में शामिल हो गया।
गैरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली वैकल्पिक व्यवस्था ने सोमवार को तीन बैंकों (विजया, देना और बैंक ऑफ बड़ौदा) को मिलाने का फैसला किया। इस फैसले से एक बड़ा बैंक अस्तित्व में आयेगा जो कि और ज्यादा मजबूत होगा इसके साथ ही उनकी कर्ज देने की क्षमता भी बढ़ेगी।