राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में दायर अपीलों पर पर अब सुप्रीम कोर्ट 10 जनवरी को सुनवाई करेगी। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति संजय किशन कौल की पीठ ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि अगली सुनवाई नई बेंच करेगी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की पीठ अयोध्या विवाद में इलाहाबाद हाईकोर्ट के 2010 के फैसले के खिलाफ दायर 13 अपीलों पर सुनवाई कर रही है।
हाईकोर्ट ने इस विवाद में दायर चार दीवानी वाद पर अपने फैसले में 2.77 एकड़ भूमि का सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला के बीच समान रूप से बंटवारा करने का आदेश दिया था। अयोध्या मामले के लिए अब नई बेंच सुनवाई करेगी जिसके बारे में 6 या 7 जनवरी को पता चल सकेगा। इसके साथ ही कोर्ट इस मामले में रोजना सुनवाई का भी फैसला कर सकती है। उल्लेखनीय है कि 29 अक्टूबर को कोर्ट ने कहा था कि यह मामला जनवरी के प्रथम सप्ताह में उचित पीठ के समक्ष सूचीबद्ध होगा जो इसकी सुनवाई का कार्यक्रम निर्धारित करेगी।
सर्वोच्च अदालत में होने वाली सुनवाई इसलिए भी महत्वपूर्ण हो गयी है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को ही कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर के मामले में न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही अध्यादेश लाने के बारे में निर्णय का सवाल उठेगा।