असम के विश्वनाथ जिले में बीफ यानी गोमांस बेचने के शक में भीड़ ने मुस्लिम बुजुर्ग को पीटा और जबरन सुअर का मांस खिलाया। यह घटना ७ अप्रैल को असम के बिस्वनाथ चाराली में हुई।
दरसल ६८ साल के शौकत अली को गोमांस बेचने के शक के तौर पर उनके साथ सड़क पर मार पीट की गई और सजा के तौर पर उन्हें पोर्क (सुअर का मास) खाने के लिए मजबूर किया गया। सोशल मीडिया पर ये वीडियो इन दिनों काफी वायरल हो रहा है, जिसमें शौकत अली को भीड़ से घिरे हुए घुटने के बल बैठे देखा जा रहा है। वीडियों में भीड़ उससे पूछती है कि वह गोमांस क्यों बेच रहा है और क्या उसके पास ऐसा करने का लाइसेंस है? वीडियो में भीड़ में एक व्यक्ति शौकत अली से पूछता है कि 'क्या तुम बांग्लादेशी हो? क्या तुम्हारा नाम एनआरसी में है?' भीड़ ने उस पर साप्ताहिक बाजार में गोमांस बेचने का भी आरोप लगाया है।
ये वीडियों सामने आने के बाद इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में दो एफआईआर दर्ज कराए गए है। जिला पुलिस के मुताबिक एक एफआईआर शौकत अली के भाई ने दर्ज करवाई है। पुलिस इस मामले की जांच शुरू कर दी और वीडियो में दिख रहे लोगों की तलाश कर रही है।
बता दें कि शौकत अली से बदसलूखी और मारपीट किए जाने के बाद उनका स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं इस घटना के बाद AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ?मैं ऐसे कई लोगों को जानता हूं जो महसूस करते हैं कि पिछले पांच वर्षों में लिंचिंग की संख्या के कारण वे निराश हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रत्येक वीडियो मुझे प्रभावित और मुझे दुखी करते है। यह अप्रासंगिक है कि असम में गोमांस वैध है, भारत के हर हिस्से में एक निर्दोष बूढ़े व्यक्ति को पीटना अवैध है।