सेना दिवस: दुनिया का सलाम भारतीय सेना के नाम

Aazad Staff

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इस दिन भारतीय सेना शक्ति प्रदर्शन करती है और पहले भारतीय सेनाध्यक्ष के एम करिअप्पा के पदभार संभालने को एक जश्न के रुप में मनाते हैं।

भारतीय सेना हर साल की तरह इस साल भी 15 जनवरी को थल सेना दिवस मना रही है। ये 70वां थल सेना दिवस है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सेना को बधाई दी है। थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, नेवी चीफ सुनील लांबा और एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने अमर जवान ज्योति पर शहीदों को याद किया।

इस मोके पर पीएम ने ट्वीट कर सेना को बधाई दी। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके लिखा, 'सेना दिवस के मौके पर मैं जवानों और उनके परिवारों को बधाई देता हूं. भारत का हर नागरिक सेना पर यकीन रखता है, जो राष्ट्र की सुरक्षा में सदैव तत्पर रहती है।

वहीं देश के राष्ट्रपति ने भी इस मौके पर सेना को याद किया और ट्वीट करके लिखा, 'सेना दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के सभी फौजी भाई-बहनों, युद्धवीरों और वर्दीधारी सैनिकों के परिवारजनों को बधाई। आप हमारे राष्ट्र के गौरव हैं और हमारी आजादी के रखवाले। हर भारतीय चैन की नींद सो सकता है, क्योंकि उसे भरोसा है कि आप चौकन्ने और सतर्क रहते हैं?।

क्यू मनाया जाता है ये खास दिन

आज का दिन सेना दिवस के लिए कई मायनों में अहम होता है। आज ही के दिन थल सेना की कमान पहली बार एक भारतीय को सौंप दी गई थी और आज ही के दिन भारतीय सेना पूरी तरह से ब्रिटिश सेना से अलग और आजाद हो गई थी। आज से 70 साल पहले यह कमान कोडंडेरा मडप्पा करिअप्पा (केएम करिअप्पा) को दी गई थी. उन्होंने कई साल भारत का नेतृत्व किया। भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ फील्ड मार्शल कोडंडेरा मडप्पा करिअप्पा (K.M Cariappa) थे. उन्होंने साल 1947 में हुए भारत-पाक युद्ध में पश्चिमी सीमा पर भारतीय सेना का नेतृत्व भी किया।

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