अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जिसका सबसे ज्यादा असर वहां पढ़ने वाले छात्रों पर पड़ रहा है। इस विवाद के बीच छात्रों ने 6 मई तक एकेडमिक कार्य ठप रखने का ऐलान किया है।
बता दें कि बुधवार को हुए विरोध प्रदर्शन के बाद छात्रों ने ऐलान किया है कि वह परीक्षा व प्रैक्टिकल में भी शामिल नहीं होंगे। छात्रों के इस फैसले को यूनिवर्सिटी प्रशासन, टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टॉफ का भी समर्थन मिला है। बता दें कि एएमयू के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है।
जिन्ना की तस्वीर हटाने को लेकर उठा विवाद बुधवार को हिंसक रुप में तबदिल हो गया था।बाब-ए-सैयद पर जिन्ना का पुतला फूंकने पहुंचे हिंदू जागरण मंच व अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं का एएमयू छात्रों से भिड़त हो गई थी जिसमें पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार भी किया। गौरतलब है कि इस झड़प में कई पुलिसवाले भी जखमि हुए।
गौरतलब है कि आरएसएस कार्यकर्ता आमिर रशीद ने एएमयू में लगी जन्ना की तस्वीर हटाने वाले को 51,000 रुपए और उसकी जगह भारतीय शूरवीर की तस्वीर लगाने वाले को एक लाख रुपए का इनाम दिए जाने की घोषणा की थी। आरएसएस कार्यकरता का कहना है कि इतिहास को परिवर्तित करने की जरुरत नहीं, जिन्ना का आजादी में भले ही योगदान रहा होगा लेकिन आज की तारीख में वे केवल हत्यारे है। वे लाखों बेगुनाह लोगों के जान के जिम्मेदार है। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए बटवारे के कारण लाखों बेगुना लोगों की जान चली गई थी।