राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बढते प्रदूषण के कारण एक बार फिर से निम्न स्तर पर पहुंचने लगी है और आने वाले दिनों में इसका स्थर और अधिक गिर सकता है। जिसे देखते हुए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आज से दिल्ली में हवा की गुणवत्ता को लेकर आपात कार्ययोजना लागू करेगी। इस कार्ययोजना के तहत विभिन्न प्रकार के क़दम उठाए जाएंगे। जैसे वायु की गुणवत्ता 'मीडियम स्तर से खराब' होती है तो कचरा फेंकने वाली जगहों पर कचरा जलाना रोक दिया जाएगा और ईंट भट्ठी और उद्योगों के प्रदूषण पर लगाम लगाया जाएगा।
इसके साथ हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' होने पर डीजल से चलने वाली जेनरेटर मशीनों का इस्तेमाल भी रोका जा सकता है। इसके साथ ही ऐसी सड़कों की पहचान करके जहां ज्यादा धूल उड़ती है उन पर पानी का छिड़काव भी किया जाएगा। इसके बाद, अगर हवा की गुणवत्ता ?बहुत बहुत खराब से आपात' श्रेणी में होती है तो कुछ और अतिरिक्त कदम उठाए जाएंगे।
दिल्ली में ट्रकों (आवाश्यक सामानों को ढोने वाले ट्रकों को छोड़कर) के प्रवेश पर भी रोका लग सकती है। बता दें कि दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में है। अधिकारियों का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में यह बहुत खराब श्रेणी में जा सकती है। प्रदूषण रोकने के नियमों पर नजर रखने के लिए दिल्ली-एनसीआर में 41 टीमों को भी तैनात किया गया है।