हैदराबाद से सांसद और ए.आई.एम.आई.एम (AIMIM) नेता असदुद्दीन ओवैसी ने जम्मू-कश्मीर में लगाई गई पाबंदियों को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि अगर कोई प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बोलता है तो उसे एंटी नेशनल कह दिया जाता है। असदुद्दीन ओवेसी ने कहा कि उनकी चमड़ी मोटी हो चुकी है और अगर कोई उन्हें एंटी नेशनल कहे तो उसका फर्क नहीं पड़ता।
असदुद्दीन ओवैसी ने जम्मू-कश्मीर से धारा ३७० हटाए जाने का एक बार फिर से विरोध किया और कहा कि सरकार ने जम्मू कश्मीर में पाबंदियां क्यों लगा रखी हैं, क्यों वहां के लोगों का टेलिफोन और इंटरनेट बंद किया हुआ है। ओवैसी ने कहा कि सरकार ने जम्मू-कश्मीर में ८० लाख लोगों को कैद किया हुआ है और सरकार को कश्मीर की जमीन से प्यार है लेकिन कश्मीर की जनता से नहीं।
धारा ३५ ए का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मैं एक सांसद हूं लेकिन अरुणाचल प्रदेश और लक्षद्वीप नहीं जा सकता। वहां जाने के लिए इजाजत लेनी होगी। क्या मैं आसाम में जमीन खरीद सकता हूं। उन्होंने कहा कि मैं नगालैंड, मिजोरम, मणिपुर, असम और हिमाचल प्रदेश के लोगों से कहता हूं कि उनके साथ भी ऐसा ही हो सकता है, जो कश्मीर के साथ हुआ है।
असदुद्दीन ओवैसी ने अफवाहों को फैलाने में पाकिस्तान की मदद करने के लिए उन पर लगाए गए आरोपों पर कहा कि मुझे यकीन है कि एक दिन मुझे कोई गोली भी मार देगा। मुझे यकीन है कि गोडसे की जो औलाद है वो मुझे ऐसा कर सकते हैं। हमारे मुल्क में अभी भी गोडसे की औलाद हैं।
इस दौरान ओवैसी ने तमिल सुपरस्टार रजनीकांत के बहाने भी पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर तंज कसा। उन्होंने कहा, धारा ३७० के लिए तमिलनाडु के अभिनेता (रजनीकांत) पीएम मोदी और अमित शाह को 'कृष्ण और अर्जुन' कह रहे हैं। ऐसी स्थिति में फिर कौरव और पांडव कौन हैं। क्या आप देश में एक और महाभारत चाहते हैं।'