पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों के साथ हुई हिंसा के विरोध में डॉक्टरों की हड़ताल को ७ दिन से ज्यादा हो चुका है। बंगाल के डॉक्टरों के समर्थन में पूरे देश के डॉक्टर एकजुट हो गए हैं। इंडियन मेडिकल असोसिएशन (IMA) और एम्स के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों ने भी बंगाल के डॉक्टरों का साथ देने के लिए आज २४ घंटे के 'महाबंद' में शामिल होने का फैसला किया है। इस दौरान सुबह ६ बजे अगले २४ घंटे के लिए देशभर में ५ लाख से ज्यादा डॉक्टर्स हड़ताल पर रहेंगे। एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार को दोपहर १२ बजे से लेकर कल (मंगलवार को) सुबह ६ बजे तक हड़ताल पर रहेंगे। दिल्ली में एम्स की रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने परिसर में सुबह आठ बजे से नौ बजे तक प्रदर्शन मार्च भी किया।
केंद्र सरकार द्वारा संचालित सफदरजंग अस्पताल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, आरएमएल अस्पताल के साथ-साथ दिल्ली सरकार के जीटीबी अस्पताल, डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल, संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के डॉक्टर भी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं।
शीर्ष चिकित्सा संस्था आईएमए ने कहा कि सभी ओपीडी, नियमित ऑपरेशन थिएटर सेवाएं और वार्ड का निरीक्षण २४ घंटे के लिए सोमवार सुबह छह बजे से मंगलवार सुबह छह बजे तक स्थगित रहेगा। उसने कहा कि हालांकि आपातकालीन और आईसीयू सेवाएं काम करती रहेंगी। हड़ताल कर रहे डॉक्टरों की मांग है कि डॉक्टरों के साथ हो रही मारपीट और बनी ऐसी परिस्थिति में सेंट्रल एक्ट फ़ॉर वायलेंस अगेंस्ट डॉक्टर्स लाया जाये।
गौरतलब है कि कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान एक ७५ वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई थी। बुजुर्ग के परिवार वालों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया और डॉक्टरों की पिटाई कर दी। आरोप है की करीब २०० लोग ट्रको में भरकर आए और अस्पताल पर हमला कर दिया। इस हमले में दो जूनियर डॉक्टर बुरी तरह से घायल हो गए थे। डॉक्टरों पर हुए हमले के विरोध में कोलकाता समेत देश भर में डॉक्टर अपनी सुरक्षा व बचाव के लिए प्रदर्श कर रहे है।