सूरत के सरथना इलाके में एक कोचिंग सेंटर के अंदर लगी भीषण आग ने २० छात्रों की जान ले ली। जिसमें १६ लड़कियां हैं। इस हादसे में मरने वालों की संख्या में और वृद्धी हो सकती है। इस दर्दनाक हादसे में ४० से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे है।
इस घटना को देखते हुए अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर ने शहर के सारे प्राइवेट कोचिंग क्लासेस अगले दो महीने के लिए बंद करा दिए हैं। कमिश्नर ने यह आदेश शुक्रवार देर रात जारी किया। जिसमें कहा गया है कि २३ जुलाई तक शहर के कोई भी कोचिंग क्लासेस नहीं खुलेंगे। इतना ही नहीं हर संचालकों से फायर एनओसी देने का आदेश भी दिया गया है। बता दें कि गुजरात सरकार ने अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वड़ोदरा के सभी कोचिंग सेंटर्स को फायर सेफ्टी ऑडिट पूरा होने तक बंद रखने का आदेश दिया है।
पुलिस ने लोगों से अपील की कि वे कानून का पालन करें और शांति बनाए रखें। इससे पहले सूरत पुलिस ने शुक्रवार देर रात कोचिंग सेंटर चलाने वाले बौर्गव भूटानी और इमारत के अंदर अवैध रूप से तीसरा फ्लोर बनाने वाले उसके मालिक हर्सुल वेकारिया तथा जिग्?नेश बागदारा के खिलाफ के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
आग इतनी भयंकर थी कि उसे बुझाने में १९ दमकल गाड़ियों मौके पर पहुंची। लोग अपनी जान बचाने के लिए एक दर्जन छात्र ने तीसरे और चौथे मंजल से छलाग लगा दी। कूदने वाले लोगों में से तीन की मौत हो गई। सीएम रुपाणी ने इस घटना के बाद सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं। सीएम रुपाणी ने मरने वालों के परिवारवालों को ४ लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।