बुलेट ट्रेन परियोजना के खिलाफ आगरी सेना ने ८ फरवरी को विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। आगरी सेना ये विरोध प्रदर्शन मुंबई - अहमदाबाद राजमार्ग पर करेंगे। बता दें कि आगरी सेना का महाराष्ट्र के तटीय ठाणे, रायगढ़ और पालघर जिलों के कुछ हिस्सों में दबदबा है।
बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर ठाणे और पालघर जिले के किसान भूमि अधिग्रहण के खिलाफ काफी समय से विरोध जता रहे है। इसी सिलसिले में बुधवार को २९ गांवों के किसान बुलेट ट्रेन परियोजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर उतर आए। इस संबंध में करीब २००० प्रदर्शनकारियों ने संबंधित अधिकारी को अपनी मांगें बताते हुए ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने बुलेट ट्रेन परियोजना से संबंधित अपनी कई सारी समस्याएं जाहिर की हैं।
किसान नेता जयेश पटेल ने कहा कि सरकार इस प्रोजेक्ट के लिए जिस जमीन का इस्तेमाल करने जा रही है वह ग्रीन बेल्ट है। उन्होंने आगे कहा कि लगभग २ लाख पेड़ इसके लिए काटे जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम ग्रीन जोन को इस तरह से बर्बाद नहीं होने देना चाहते हैं। बता दें कि जून २०१८ में केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने महत्वाकांक्षी योजना बुलेट ट्रेन की घोषणा की थी।
जानकरों की माने तो बुलेट ट्रेन परियोजना को साल २०१२२ तक पूरा करने का लक्षय रखा गया है। हालांकि पहले इसे दिसंबर २०२३ तक पूरा करने की बात कहीं गई थी। लेकिन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि इसे तय समय से एक साल पहले यानी की २०२२ तक पूरा कर लिया जाएगा।