बिहार में नीतीश सरकार द्वारा शराब पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अब खैनी पर भी प्रतिबंध लगाने की तैयारी की जा रही है। इस बात की पुष्टि बिहार के प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) संजय कुमार ने की है। खबरों की माने तो एफएसएसएआई अगर खैनी को फूड प्रोडक्ट में शामिल कर लेती है तो बिहार में खैनी पर भी प्रतिबंध लग सकता है।
जानकारी के मुताबिक संजय कुमार ने कहा कि बिहार में हर पांचवां व्यक्ति खैनी का सेवन करता है, जो कैंसर का प्रमुख कारण है। यहां खैनी की खपत ज़्यादा है और इस पर ध्यान देने की ज़रूरत है। यहां 40 प्रतिशत कैंसर रोगी मुंह के कैंसर से पीड़ित होते हैं।?
इस मामले में बिहार सरकार ने केंद्र सरकार को हाल ही में एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने मांग की है कि खैनी को फूड प्रोडक्ट में शामिल किया जाए लेकिन इसके लिए फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) की रजामंदी जरूरी है। और अगर एफएसएसएआई से इसे अगर मंजूरी मिलती है तो खैनी को खरीदने और बेचने के साथ साथ इसके खाने पर भी रोक लगा सकती है।
बहरहाल नीतीश कुमार के इस विचार को देखते हुए विपक्षी पार्टियों ने इसका विरोध जताते हुए कहा है कि अगर खैनी पर प्रतिबंद लगता है तो इससे तंबाकू व्यापार में लगे हज़ारों लोगों को रोज़गार से वंचित होना पड़ जाएगा। कर दिया जाएगा