यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा शुल्क में भारी बढ़ोत्तरी की है। अगले साल यानी की २०२० में होने वाली हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए पहले से ढाई गुना अधिक फीस देनी होगी। बोर्ड ने रेगुलर और प्राइवेट परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए अलग अलग शुल्क सीमा निर्धारित किए है। हाईस्कूल यानी की १०वीं में रेगुलर परीक्षा देने वालों को अब पांच सौ रुपए देने होंगे । वहीं हाई स्कूल प्राइवेट का शुल्क सात सौ रुपए कर दिया गया है।
साथ ही यूपी बोर्ड ने इंटरमीडिएट रेगुलर का परीक्षा शुल्क बढ़ाकर ६०० रुपए, इंटरमीडिएट प्राइवेट का शुल्क बढ़ाकर ८०० रुपये कर दिया है। यूपी बोर्ड के सचिव नीना श्रीवास्तव ने इस संशोधित परीक्षा शुल्क के बारे में बताया। यूपी सरकार के निर्देश पर बोर्ड ने ये फैसला लिया है। छात्र-छात्राएं पांच अगस्त तक परीक्षा शुल्क जमा कर सकेंगे। इससे पहले २०१६ में परीक्षा शुल्क में वृद्धि की गई थी।
जानें अब किसके लिए क्या लगेगी फीस
हाई स्कूल
? हाई स्कूल संस्थागत के परीक्षा शुल्क को २०० रुपये से बढ़ाकर ५०० रुपये कर दिया गया है।
? हाई स्कूल क्रेडिट सिस्टम संस्थागत का परीक्षा शुल्क २०० रुपये है। इसमें कोई वृद्धि नहीं की गई है।
? हाई स्कूल व्यक्तिगत के परीक्षा का शुल्क ३०० रुपये से बढ़ाकर ७००रुपये कर दिया गया है।
इंटरमीडिएट
? इंटरमीडिएट संस्थागत के परीक्षा शुल्क को २२० रुपये से बढ़ाकर ६०० रुपये कर दिया गया है।
? इंटरमीडिएट कृषि एवं व्यावसायिक वर्ग संस्थागत परीक्षा शुल्क २२० रुपये था। इसे अब बढ़ाकर ६०० रुपये किया जा चुका है।
? इंटरमीडिएट संस्थागत के परीक्षा शुल्क को ४०० रुपये से बढ़ाकर ८०० रुपये कर दिया गया है।