दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली की जनता को बड़ा तोहफा दिया है। सीएम केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि दिल्ली में बिजली कंपनियों का घाटा १७ फीसदी से घटकर ८ फीसदी पर आ गया है। उन्होंने कहा, 'जो लोग दिल्ली में बिजली की २०० यूनिट तक खपत करते हैं, उनको अपने बिजली के बिल देने की जरूरत नहीं होगी। उनके बिजली के बिल माफ होंगे। यह घोषणा इसलिए संभव हुई क्योंकि दिल्ली के लोगों एक ईमानदार सरकार को चुना।
साथ ही सीएम केजरीवाल ने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति २०१ यूनिट बिजली यूज करता है तो उसे पूरे पैसे देने पड़ेंगे। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजधानी में बिजली को लेकर चार समस्याएं थीं। उन्होंने कहा कि पहले बिजली के बिल ज्यादा आते थे। कंपनी का बुरा हाल था। इंफ्रास्ट्रक्चर खराब हो चुका था। पिछले चार सालों में इन सभी में सुधार हुआ है।
उन्होंने कहा कि हमारी साफ नीयत की वजह से बिजली के बिलों में भारी गिरावट आई है। कोई भी ऐसा राज्य नहीं है, जब बिजली बिल के दाम नहीं बढ़े हों, लेकिन दिल्ली में नहीं बढ़े। यह चमत्कार से कम नहीं है। दिल्ली की बिजली कंपनियों का घाटा कम हुआ है, उनके पास पैसा है और उनकी हालत में सुधार हुआ है।
बता दें कि दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (डीईआरसी) ने बुधवार को घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली बिल में फिक्स चार्ज में कटौती करने की घोषणा की। जिसका फायदा सीधे तौर पर ४९ लाख उपभोक्ताओं को मिलना तय है। डी.ई.आर.सी के इस घोषणा का विभिन्न आर.डब्ल्यू.ए ने स्वागत किया है, साथ ही आर.डब्यू.ए ने फिक्स जार्च के तौर पर पिछले १६ महीने में वसूले गए अतिरिक्त रुपये लौटाने की मांग डी.ई.आर.सी से की है।