महाराष्ट्र में सरकारी कर्मचारियों ने तीन दिवसीय हड़ताल को आज वापस ले लिया है। हड़ताल का आह्वान करने वाले संगठन के अध्यक्ष मिलिंद सरदेसमुख के मुताबिक सराकर ने अधिकतर मांगों पर सहमती जताई है। इनमें सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करना और खाली पदों को भरना आदी शामिल है।
जानकारी के मुताबिक सरदेसमुख ने कहा, ??हमारी पहली प्राथमिकता लोगों की मदद करना है और इसलिए हमने अपना कदम पीछे खींचा है। सरकार ने हमें आश्वासन दिया है कि हमारी मांगें पूरी की जाएंगी।?? तीन दिवसीय हड़ताल में जिला परिषद, शिक्षकों और सरकारी पार्षदों सहित विभिन्न विभागों के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों ने हिस्सा लिया था।
महाराष्ट्र में तीसरे एवं चौथी श्रेणी के कर्मचारियों के 1.85 लाख पद खाली पड़े हैं। इसके अलावा, अनुकंपा के आधार पर 30,000 पदों को भरने की मांग की गई थी।
बता दें कि इस हड़ताल की वजह से मंत्रालय, कलेक्टोरेट, तहसील समेत महाराष्ट्र सरकार के अंतर्गत आने वाले सभी सरकारी कार्यालयों में कामकाज प्रभावित हो रहा था।