Madame Marie Curie (1867 -1934) was a brilliant scientist who won the Nobel Prize twice. She is best known for her on radioactivity.
महान वैज्ञानिक मैरी क्यूरी ने अपने पति पियरे के साथ मिलकर पोलोनियम की खोज के बाद भी उन्होंने रेडियम की भी खोज की |चिकित्सा विज्ञान में यह किसी बड़ी क्रांति से कम नहीं था | रोगों में इस महत्वपूर्ण खोज से काफी मदद मिली , उन्हे रेडियो एक्तिविटी की खोज के लिए भी भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला |
पोलैंड में जन्मी क्यूरी को दो बार इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया,विज्ञान की दो बार शाखाओ में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने वाली यह पहली महिला वैज्ञानिक है विज्ञान जगत की इस महान विभूति की 4 जुलाई 1934 को " कैंसर के चलते मृत्यु हो गई वह मरकर भी लाखो लोगो को जीवन दे गई |
उनकी मौत का मुख्य: कारण रेडियोएक्टिविटी किरणे थी,कहते है कि शोध करते समय क्युरी ने कभी अपने शरीर पर ध्यान नहीं दिया कभी उन्होंने कोई सुरक्षात्मक उपाय नहीं किये यही वजह उन्हे मौत के करीब लेकर गई | मैरी क्यूरी और उनके पति को पास के ही एक छोटे से चर्च में दफना दिया गया | लेकिन उन्हे कब्र में भी शांति नहीं मिली |
करीब 60 साल बाद 1995 में पेरिस में उन्हे सम्मान देने के इरादे से उनके शव को कब्र से बाहर निकाला और पांथओन में पूरे राजकीय सम्मान के साथ फिर से दफनाया गया I इस तरह का सम्मान पाने वाली वह संभवतया अकेली महिला है , हालाकि उन्हे कब्र से निकालने की वजह सम्मान देना था लेकिन उनके चहेते ने तत्कालीन सरकार पर उनकी शान्ति भंग करने का आरोप लगाया |