इस होली कैमिकल रंगों से नहीं बल्कि प्राकृतिक व हर्बल रंगों से होली खेले। इस होली आप घर में ही हर्बल कलर बना सकते है।
पलाश के फूलों के रंग को होली का पारम्परिक रंग माना जाता है। पलाश के फूलों को रातभर पानी में भिगो कर बहुत ही सुन्दर नारंगी रंग बनाया जा सकता है।
केसर की पत्तियों का प्रयोग कर संतरी रंग बनता है। केसर की कुछ पत्तियों को दो चम्मच पानी में मसल कर कुछ घंटों के लिए छोड़ दें. इसके बाद पेस्ट को ताजे पानी में मिलाकर इस्तेमाल करें।
पीले रंग के लिए हल्दी का इस्तमाल भी किया जा सकता है। हल्दी वैसे भी हमारी त्वचा को निखारती है। वहीं हल्दी पाउडर को थोड़े से बेकिंग सोडा के साथ मिलाकर काला रंग बनाया जा सकता है।
जकरांदा के फुल से नीले रंग को बनाया जा सकता है। इस फूल को सुखाकर उसे आटे में मिला कर गुलाल के रुप में इसे तैयार किया जा सकता है।
अनार के दानों से आप लाल रंग बना सकते है। इसके लिए अनार के दानों को पानी में उबालकर कर लाल रंग बनाया जाता है।
हरे रंग को बनाने के लिए आप पालक, पुदिना या धनिया के पत्तों का इस्तमाल कर रंग बना सकते है। हरा रंग बनाने के लिए इन पत्तो को सुखा ले और केवड़े के साथ या फिर आटे के साथ मिला कर गुलाल तैयार कर सकेते है।