अमरूद की पत्तियों का सेवन करने से डायरिया से निजात मिलता है। 30 ग्राम अमरूद की पत्तियों को मुठ्ठीभर चावल के आटे के साथ 1-2 ग्लास पानी में उबाल कर इसका सेवन करें तो डायरिया से निजात मिलता है।
अमरूद की पत्तियों से बनी चाय ब्लडप्रेशर को नियंत्रण करती है। पत्तियों का सेवन नियमित रुप से करने से कोलेस्ट्रॉल, ब्लड लिपिड और ट्राइग्लिसराइड्स भी नियंत्रित रहता है।
अमरूद की पत्तियों का लेप चेहरे पर लगाने से मुहांसे और ब्लैक हेड्स आदि की समस्या दूर हो जाती है। साथ ही यह झुर्रियों को दूर करके आपकी त्वचा में कसाव भी लाता है।
गले दर्द में भी फायदे मंद। खांसी या गले में दर्द हो रही हो तो आप अमरुद की पत्तियों में एक चुटकी नमक डालकर उसके रस को पीने से दर्द से निजात मिलता है।
अमरूद की पत्तियां पाचन तंत्र को भी मजबूत और सुचारू रूप से चलाने में मदद करती है। इसका जूस पीने से फूड प्वाइजनिंग जैसी समस्या भी खत्म हो जाती है। इसके साथ ही अमरुद के पत्ते पेट में विषाक्त बैक्टीरिया को भी दूर करते है।
ये डायबिटीज को भी नियंत्रित करने में सहायक है। अमरूद की पत्तियों का साबुत या फिर जूस के रूप में सेवन करने से डायबिटीज में नियंत्रण होता है।
बढ़ते वजन को कम करने में भी सहायक है अमरूद की पत्तियां ये जटिल स्टार्च को शुगर में बदलने की प्रक्रिया को रोकते हैं। अमरुद के पत्ते कार्बोहाइड्रेट की गति को रोकते हैं जो उपलब्ध यौगिक के रूप में लीवर में टूटता है और वजन घटाने का समर्थन करता है।