फर्नीचर को साफ करने के लिए भी उबली हुई चायपत्ती का इस्तेमाल कर सकते हैं। उबली हुई चायपत्ती को अच्छे से धोने के बाद एक बार फिर धो लें। अब इस पानी को एक स्प्रे बॉटल में भरकर, फर्नीचर की सफाई करें। इससे फर्नीचर चमक उठेगा।
उबली हुई चायपत्ती के पानी से बाल धूने से बालों में शाइनिंग आती है। बालों में शैंपू करने के बाद इस पानी को बालों में लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें। इसके बाद किसी माइल्ड शैंपू से अपने बालों को धो डालें। एक वॉश में ही आपको फर्क नजर आने लगेगा।
अगर पैरे से बदबू आती है तो उबली हुई चायपत्ती के पानी से पैरो को धोने से पैरे से बदबू चली जाती। उबली हुई चायपत्ती का इस्तेमाल पौधों की खाद के रूप में भी किया जा सकता है। पौधों को पानी के साथ समय-समय पर खाद की जरूरत होती है। ऐसे में बची हुई चायपत्ती को गमले में डाल दें। इससे पौधे स्वस्थ रहेगें और जल्दी बढ़ेगे।
उबली हुई चायपत्ती को फेंक ना। इसमें पाएं जाने वाले गुण जख्मों को सुखाने में मददगार होते हैं। चायपत्ती को उबाल कर उसका लेप लगाएं। जिस पानी में इसको उबाला है उसको फेंके न। उस पानी का इस्तेमाल घाव को धोने में करें।