सुषमा स्वराज भारतीय महिला राजनीतिज्ञ और भारत की विदेश मंत्री हैं। वे वर्ष 2009 में भारत की भारतीय जनता पार्टी द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुनी गयी थीं, इस नाते वे भारत की पन्द्रहवीं लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता रही हैं।
सुषमा स्वराज का जन्म हरियाणा के अम्बाला कैंट में 14 फरवरी, 1953 को हुआ था। उनके पिता आरएसएस के प्रमुख सदस्य थे। इन्होने अम्बाला छावनी के एस.एस.डी. कॉलेज से बी.ए. किया। बाद उन्होंने चंडीगढ़ से कानून में डिग्री हासिल की। 1975 को उनका सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील स्वराज कौशल से विवाह किया।
राजनीतिक करियर की शुरुआत इन्होने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ए.बी.वी.पी.) के साथ की वे सुषमा स्वराज अपने छात्र जीवन से ही प्रखर वक्ता हैं।
1977 में उन्हें चौधरी देवीलाल की कैबिनेट में एक कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। भाजपा लोकदल की हरियाणा में इस गठबंधन सरकार में वे शिक्षा मंत्री थीं। 27 वर्ष की उम्र में वे 1979 में जनता पार्टी (हरियाणा) की अध्यक्ष बन गई थीं।
सुषमा स्वराज छह बार सांसद, तीन बार विधायक और फिलहाल 15वीं लोकसभा में नेता प्रतिपत्र हैं। वे पूर्व केन्द्रीय मंत्री और दिल्ली की पूर्व मुख्?यमंत्री भी हैं। 1977 में उन्हें मात्र 25 वर्ष की उम्र में राज्य की कैबिनेट का मंत्री बनाया गया था और 27 वर्ष की उम्र में वे राज्य जनता पार्टी की प्रमुख बन गई थीं।
2000 में वे फिर से राज्यसभा में पहुंचीं इसके साथ ही सूचना-प्रसारण मंत्री का पदभार भी संभाला। अप्रैल 2009 में वे मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए चुनी गईं।
सोनिया के खिलाफ लड़ा चुनाव
सुषमा स्वराज पहली ऐसी महिला है जिन्होने 1999 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ बेल्लारी संसदीय क्षेत्र, कर्नाटक से चुनाव लड़ा, लेकिन वो हार गईं। 2000 में वो फिर से राज्यसभा में पहुंचीं थीं और उन्हें दोबारा सूचना-प्रसारण मंत्री बना दिया गया। सुषमा मई 2004 तक सरकार में रहीं।