नवरात्रि में नौ दिन का व्रत रखने वालों को बड़ी सावधानी रखनी पड़ती है। नौ दिन के। व्रत के दौरान पुरुषों को दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाने चाहिए। हालांकि इस दौरान बच्चों का मुंडन करवाना शुभ माना जाता है।
नौ दिन का व्रत रखने वालों को काले रंगों से परहेज करना चाहिए। साथ ही इस दौरान सिलाई-कढ़ाई जैसे काम भी नहीं करने चाहिए। नवरात्र के दौरान नाखून नाखून काटना वर्जित माना गया है।
व्रत में शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह से संयम जरूरी है. विष्णु पुराण के अनुसार, नवरात्रि व्रत के समय तम्बाकू चबाने और शारीरिक संबंध बनाने से भी व्रत का फल नहीं मिलता है।
महिलाओं को पीरियड्स के समय में मां भगवती की पूजा से दूर रहना चाहिए, यहां तक कि इन दिनों में 5 से 6 दिनों तक पूजन वर्जित किया गया है।
नवरात्र के दौरान व्रत रखने वाले लोगों को बेल्ट, चप्पल-जूते, बैग जैसी चमड़े से बनी चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे व्रत का फल नहीं मिलता है।
अगर आप नवरात्रि में कलश स्थापना कर रहे हैं, माता की चौकी का आयोजन कर रहे हैं या अखंड ज्योति जला रहे हैं तो इन दिनों घर खाली छोड़कर नहीं जाना चाहिए। इसके साथ ही बिना दिया जलाए कभी मां शक्ति की पूजा नहीं करनी चाहिए।
नवरात्र के दौरान खाने में प्याज, लहसुन और नॉन वेज बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। साथ ही व्रत के दौरान दिन में नहीं सोना चाहिए।
नवरात्र के दौरान घर में कलह का माहौल बिल्कुल नहीं होना चाहिए। इस दौरान घर में लड़ाई-झगड़े और वाद-विवाद से दूर हना चाहिए।
इन नौं दिनों तक हर देवी की पूजा करके उनके अनुरूप भोग लगाएं एंव उनकी पूजा करें।