हरतालिका तीज का हिन्?दू धर्म में एक विशेष महत्व है। इस दिन सुहागिन महिलाए अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती है। इस दिन महिलाएं २४ घंटे से भी अधिक समय तक निर्जला व्रत करती हैं। यही नहीं रात के समय महिलाएं जागरण करती हैं और अगले दिन सुबह विधिवत्त पूजा-पाठ करने के बाद ही व्रत खोलती हैं। हरियाली तीज (Hariyali Teej) और कजरी तीज (Kajari Teej) की तरह ही हरतालिका तीज (Hartalika Teej) के दिन भी भगवान शिव - गौरी की पूजा की जाती है।
हरतालिका तीज का त्?योहार मुख्?य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्?थान और मध्?य प्रदेश में मनाया जाता है। कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में इस व्रत को "गौरी हब्?बा" (Gowri Habba) के नाम से जाना जाता है। इस साल इस व्रत को लेकर थोड़ा संशय बना हुआ है। कुछ पंचाग १सितंबर तो कुछ महत्वपूर्ण पंचाग २ सितंबर को तीज व्रत बता रहे हैं।