धर्म ग्रंथों के अनुसार, चैत्र मास की पूर्णिमा को हनुमान जी का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन हनुमान जयंती का पर्व पूरे उत्साह के साथ पूरे देश में मनाया जाता है। इस साल हनुमान जयंती 31 मार्च को मनाई जा रही। हनुमान जी को भगवान शिव का 11वां रुद्रावतार माना गया है। हनुमान जी की उपासना से सभी बाधाओं का नाश होता है। जिस स्थान पर हनुमान जी की उपासना होती है वहां दुर्भाग्य, भूत-प्रेत और रोग कभी प्रवेश नहीं कर पाते हैं।
भगवान हनुमान की इस तरह करे उपासना-
जो वक्ती हनुमान जयंती के दिन भगवान हनुमान का व्रत करते है वे हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ अवश्य करें। पूजा करते वक्त लाल व पीले वस्त्र ही पहने। भगवान हनुमान को सिंदूर अर्पित करे। इसके साथ ही हनुमान जी को चोला चढ़ाएं। हनुमान जी को लाल गुलाब के फूलों की माला अर्पित करें।
हनुमान जी को कोई भी भोग अर्पित करेने से पहले उसमें तुलसी अवश्य डालें ऐसी मान्यता है कि वह तृप्त हो पाएंगे। इस बात का ध्यान रखए की हनुमान जी की पूजा करते समय चरणामृत का प्रयोग ना करे।
वैसे तो महिलाओं को हनुमान जी को छुना वर्जित माना गया है लेकिन महिलाएं हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी के चरणों में दीप प्रज्?जवलित कर सकती हैं।