खय्याम के नाम से मशहूर संगीतकार मोहम्मद जहूर खय्याम हाशमी का सोमवार रात करीब ९.३० बजे मुंबई के सुजॉय अस्पताल में निधन हो गया। बताया जा रहा है कि उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। लंबे समय से वह बीमार भी चल रहे थे। डॉक्टर के मुताबिक खय्याम साहब के लंग्स में इन्फेक्शन था और इसकी वजह से वह बेहद कमजोर हो गए थे। परिवार के सूत्रों ने बताया कि सांस लेने में तकलीफ के कारण उन्हें पिछले हफ्ते अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
खय्याम साहब के निधन की खबर से पूरा बॉलीवुड गम में तब्दील हो गया है। आज शाम ४.३० बजे मुंबई के अंधेरी वेस्ट, फोर बंगलो गुरुद्वारा के पास वाले 'कब्रिस्तान' में खय्याम साहब को आखिरी सलामी दी जाएगी।
लता मंगेशकर ने खय्याम साहब के निधन पर ट्विटर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा - ?महान संगीतकार और कोमल हृदय वाले खय्याम साहब अब हमारे बीच नहीं हैं। यह खबर सुनकर मैं बेहद दुखी हूं, मैं इन्हें शब्दों में बयां नहीं कर सकती हूं। खय्याम साहब के जाने के साथ संगीत के एक युग का अंत हो गया. मैं उन्हें दिल से श्रद्धांजलि देती हूं।
लेखक जावेद अख्तर ने भी खय्याम साहब को याद करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि महान संगीतकार खय्याम साहब हमें छोड़कर चले गए। हमेशा उन्होंने एक पर एक कमाल संगीत दिया।
डॉयरेक्टर- प्रोड्यूसर करण जौहर ने भी खय्याम साहब को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, 'आपकी आत्मा को शांति मिले खय्याम साहब। आपका म्यूजिक हमेशा जिंदा रहेगा।
खय्याम ने ?कभी-कभी, हीर-रांझा और ?उमराव जान? जैसी कई हिट फिल्में दीं। इन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत १९५३ में फिल्म फुटपाथ से की थी। हालांकि साल १९६१ में आई फिल्म शोला और शबनम से उन्हें पहचान मिली।