लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से सियासी गर्मी तेज हो चली है। इस बीच रमजान को लेकर राजनीति में घमासान देखने को मिल रहा है। ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) और ऑल इंडिया मुस्लिम वूमेन पर्सनल लॉ बोर्ड के पदाधिकारियों ने चुानव आयोग के समक्ष आपत्ति जताई और मई में रमजान के दौरान लोकसभा चुनाव कराए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए चुनाव आयोग से तारीखें बदलने पर विचार करने की मांग की है।
इस पर बॉलिवुड के गीतकार जावेद अख्तर ने चुनावों को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करने वालों की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि चुनावों को रमज़ान से जोड़ना ठीक नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग से कहा है कि वह इस तरह के दावों और अनुरोध को नज़रअंदाज़ करें। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता का विकृत और विक्षेपित संस्करण है, जो मेरे लिए प्रतिकारक, विद्रोही और असहनीय है। चुनाव आयोग को इस पर विचार नहीं करना चाहिए।
हालांकि चुनाव आयोग ने रमजान के महीने में चुनाव कराने के फैसले पर उठ रहे सवालों को नकारते हुए कहा कि चुनाव कार्यक्रम में मुख्य त्योहार और शुक्रवार का ध्यान रखा गया है।