पाकिस्तान के मसहूर सूफी और कव्वाली गायक नुसरत फतेह अली खान के गाने आज भी लोगों को दिवाना बना देते है। अपनी बेहतरीन गायकी के लिए इन्हें किंग ऑफ कव्वाली भी कहा जाता है। बॉलीवुड में नुसरत फतेह अली खान ने कई रोमांटिक गाने गाए है जो लोगों की जुबा पर आज भी है। फिर चाहे वो गाना आफरीन-आफरीन हो या मेरे रश्के कमर।
आज के ही दीन किंग ऑफ कव्वाली नुसरत फतेह अली खान का जन्म पाकिस्तान के फैसलाबाद में सन 1948 हुआ था. उनके परिवार में कव्वाली की परंपरा पिछले 600 वर्षों से चली आ रही है।
कव्वाली को पश्चिमी दुनिया तक ले जाने का श्रेय भी नुसरत साहब को ही जाता है। आज पाकिस्तान ही नहीं भारत भी इनके गाने का दिवाना है।
नुसरत साहब ने वैसे तो कई पंजाबी फॉक, गज़ल और हिंदी गाने गाए है लेकिन इनकी कव्वालीयां लोगों को इनका कायल बना देती है। कव्वाली में इन्हे महारथ हासिल है।