70 साल पुराना आर के स्टूडियो बिकने के लिए तैयार

Aazad Staff

Entertainment

हिंदी सिनेमा के शोमैन राजकपूर के स्टूडियो को 70 साल बाद बेचा जा रहा है। पिछले साल इस स्टूडियों में भीषण आग लग गई थी और इसका एक बड़ा हिस्सा जलकर तबाह हो गया था। परिवार के मुताबिक इस स्टूडियों का पुननिर्माण आर्थिक रूप से संभव नहीं।

हिंदी सिनेमा के शोमैन कहे जाने वाले राजकपूर ने 'आर के' स्टूडियों की स्थापना 1948 में उपनगरीय क्षेत्र चेंबूर में की थी। राजकपूर की कई फिल्मों का निर्माण इस स्टूडियो में किया था। पिछले साल 16 सितंबर को स्टूडियो में रियलिटी कार्यक्रम ?सुपर डांसर? के सेट पर आग लग गई थी, जिससे इसका ग्राउंड फ्लोर तबाह हो गया था। उस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ था। हालांकि राज कपूर साहब ने जिस स्टूडियो को इतनी हसरतों से बनाया था, उसमें रखीं ढेर सारी यादगार चीजें इस आग में जलकर खाक हो गईं।

आपको बता दें कि आर के स्टूडियों में मेरा नाम जोकर, अमर अकबर एंथनी, कर्ज, श्री420, बॉबी, राम तेरी गंगा मैली और सत्यम शिवम सुंदरम जैसी तमाम हिट फ?िल्?मों की शूटिंग हुई थी। आर के स्टूडियो का शुमार एक ऐसी जगह के रूप में होता है जहां पर राज कपूर ने अपनी 90 फीसदी फिल्मों का निर्माण किया और बॉलीवुड को कई हिट फ़िल्में दीं। इस स्टूडियों को बनाने के लिए राजकपूर को कर्ज लेना पड़ा था।

इस स्टूडियों के रखरखाव के लिए ऋषि कपूर ने एक साक्षात्कार में कहा कि , ?पहले हमने अत्याधुनिक तकनीक के साथ स्टूडियो का नवीनीकरण करने का विचार किया था। हालांकि, ये संभव नहीं हो पाया। आग के बाद पुनर्निर्माण में लगने वाला खर्च प्रैक्टिकल नहीं है। इसमें लगने वाला पैसा वापस नहीं आएगा। वैसे भी जब आग नहीं लगी थी, तब भी ये स्टूडियो हमारे लिए सफ़ेद हाथी बन चुका था क्योंकि ज़्यादा बुकिंग नहीं होती थी। कुछ फिल्मों, कार्यक्रम या विज्ञापन की शूटिंग होती थी, वो भी बहुत सुविधा मांगते थे, जो आर्थिक रूप से संभंव नहीं था।

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