भारत को दुग्ध उत्पादन में अगतणी देश बनाने के लिये राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एन.डी.डी.बी) ने 1970 में ऑपरेशन फ्लड कार्यक्रम बनाया जिसे श्वेत क्रान्ति के रूप में जाना जाता है |श्वेत क्रांती की सफलता के मुख्य वाहक कुरियन ही माने जाते है इसलिए उन्हे श्वेत क्रांति का जनक भी कहा जाता है |
नाम:- डा . वर्गीस कुरियन
जन्म:- 26 नवम्बर 1921 कालीकट ( कोसीकोड )
निधन:- 09 सितम्बर नाडियाड़ गुजरात
शिक्षा:- बी ई (मैकेनिकल इंजीनियरिंग );टाटा स्टील टेकनिकल इंस्टीटूट , जमशेदपुर से स्नातक;एम एस सी ( धातु विज्ञान मिशिगन स्टेट युनिवेर्सिटी यू.एस.ए );राष्ट्रीय डेयरी शोद्य संस्थान;बंगलूरु से डेयरी उद्योग में विशेष प्रशिक्षण |
डा . वर्गीस कुरियन ने अमूल ब्रांड को भारत के घर-घर तक पहुचाया I 1949 में भारत सरकार ने प्रतियुक्ति पर कुरियन ' गवर्नमेंट रिसर्च क्रिमरी,आणंद ' पाहुचे |यहाँ उन्होंने भारत का एक बहुत ही सफल डायरी विकास सहकारी माडल बनाया |
तत्कालीन प्रधानमन्त्री ज्वाहरलाल नेहरु ने आणंद मे 'अमूल फैक्ट्री' का उद्द्याटन करते हुए कुरियन के इस क्षेत्र मे योगदान की सराहना की थी |
इसके बाद प्रधानमन्त्री लाल बहादुर शाश्त्री ने 1965 मे कुरियन को राष्ट्रीय डायरी विकास बोर्ड (एन.डी.डी.बी ) का संस्थापक नियुक्त किया | कुरियन की अगुआई में एन.डी.डी.बी ने आपरेशन (श्वेत क्रांति) के रूप में विश्व के सबसे बड़े डायरी विकास प्रोग्राम को संचालित किया |
1973 में कुरियन गुजरात को आपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन ( जी.सी.एम.एफ ) से जुड़े |
आज जी.सी.एम.एफ भारत में ही नहीं विदेशों में भी अपने प्रोडक्ट बेच रहा है |
सम्मान और अवार्ड
मैग्स सैट पुरस्कार - 1963
पदम् श्री - 1965
पदम् भूषण - 1966
कृषी रत्न - 1986
वर्ल्ड फ़ूड प्राइज - 1989
इंटरनेशनल पर्सन ऑफ़ द ईयर - 1993
पदम् विभूषण - 1999
डा. कुरियन देश के सबसे कामयाब सी.ई.ओ के रूप में भी स्थापित किया |वह अकेले ऐसे सी.ई.ओ रहे है | कृषी से आने वाले उत्पादन के एक ऐसी कारोबार संस्था और ब्रान्ड स्थापित कर सके जिसकी बराबरी नहीं है |