Sunday, Dec 22, 2024 | Last Update : 06:44 PM IST
शतरंज के खेल में दृष्टिहीन खिलाड़ियों को शायद ही शामिल किया जाता,अगर चारूदत्त जाधव इसकी पहल न करते |चारूदत्त ने विश्व का पहला टॉकिंग सॉफ्टवेयर टॉक-६४ विकसित किया जिसे १८ से ज्यादा देशों के खिलाड़ी इस्तेमाल कर रहे है |
चारूदत्त ने डेजी ( डिजिटल एक्सेसिबल इन्फॉरमेशन सिस्टम ) नामक खेल का स्टडी मैटेरियल तैयार किया जिसमे ऑडियो किताबों के साथ-साथ नेवीगेशन टूल्स भी है |
चेस से संबंधित किताबों के लिए उन्होने ऑनलाइन लाइब्रेरी का भी कांसेप्ट तैयार किया है |
यह प्रोजेक्ट जल्द ही साकार रूप ले लेगा | जाधव जो कि खुद एक दृष्टिहीन खिलाड़ी है भारत का प्रतिनिधित्व कई बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कर चुके है |
वे कहते है मेरी अशमता अवरोध नहीं बन पाई, हां ! मेरी कुछ सीमाएँ रही | चारूदत्त टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (मुंबई) में ६०० लोगों की टीम का सफलतापूर्वक नेतृत्व कर रहे है | भारत के दृष्टिहीनों शतरंज खिलाड़ियों पर बनी डॉक्यूमेंटरी फिल्म -"एल्गोरिध"मे भारत के ३ शीर्ष जूनियर दृष्टिहीनों शतरंज खिलाड़ियों के बारे में भी बताया |
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